बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन
प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम को परिभाषित कीजिए एवं उसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
सामुदायिक विकास कार्यक्रम का अर्थ व परिभाषा - इस शीर्षक के लिए दीर्घ उत्तरीय प्रश्न सं. 1 देखें।
सामुदायिक विकास कार्यक्रम के सिद्धान्त -
सामुदायिक विकास जिन सिद्धांतों पर कार्य करता है वे निम्नानुसार हैं -
(1) ग्रामीणों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर कार्यक्रम बनाना चाहिए। उन्हें यह बताना चाहिए कि वर्तमान में उनकी क्या दशा है और क्या दशा होनी चाहिए। जब तक उन्हें यह अंतर पता नहीं होगा, वे वर्तमान दशा से मुक्ति के लिए प्रयास नहीं करेंगे।
(2) असंतुष्टि को अवश्य उजागर करना चाहिए ताकि उसे दूर किया जा सके, जैसे- गाँवों को सड़कों से जोड़ना, सिंचाई, हैण्डपम्प, अस्पताल, स्कूल की व्यवस्था आदि।
(3) सामुदायिक विकास कार्यक्रम बनाते समय ग्रामीण जनता की संस्कृति, रीति रिवाज एवं परम्पराओं का ध्यान रखना चाहिए। धर्म एवं संस्कृति को धक्का लगाने वाले कार्यक्रमों से ग्रामीण जनता विमुख हो जाती है।
(4) सामुदायिक विकास कार्यक्रम औपचारिक एवं अनौपचारिक दोनों ही विधियों से संचालित किया जाना चाहिए। इसमें गाँव के लोगों को महत्व दिया जाना चाहिए।
(5) ग्रामीण जनता तथा प्रसार कार्यकर्ताओं के मध्य मधुर सम्बन्ध होना चाहिए।
(6) ग्रामीणों के भीतर छिपी शक्ति एवं प्रतिभा का उपयोग विकास कार्यक्रम में किया जाना चाहिए।
(7) सामुदायिक विकास कार्यक्रम के प्रारंभ में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए तथा ग्रामीण जनों का सहयोग प्राप्त करने के लिए उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहिए कि यह कार्यक्रम उन्हीं की भलाई के लिए है।
(8) सामुदायिक विकास कार्यक्रम लोगों में आत्मनिर्भरता तथा आपसी सहयोग की भावना पर आधारित होना चाहिए।
(9) ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। अतः खेती से सम्बन्धित कार्यक्रम बनाए व चलाए जाने चाहिए।
(10) कुटीर एवं लघु उद्योग धंधों की स्थापना करके उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना चाहिए।
(11) सामुदायिक विकास कार्यक्रम लचीला होना चाहिए ताकि परिस्थितियों के अनुसार इनमें वांछित परिवर्तन किया जा सके।
(12) कार्यक्रमों का संचालन पूर्णरूपेण प्रजातांत्रिक तरीके से किया जाना चाहिए। इसमें सभी की आवाज को सुना जाए।
(13) उचित प्रशिक्षण तथा दिशा निर्देश देकर ग्रामीण नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए।
(14) समुदाय तथा सामाजिक संरचना को समझे बगैर कोई भी विकास कार्यक्रम नियोजित नहीं किया जाना चाहिए।
(15) सामुदायिक विकास कार्यक्रमों में शिक्षा पर जोर देना चाहिए। शिक्षा से ही लोगों का विकास होता है तथा उनकी मानसिकता को परिवर्तित किया जा सकता है।
(16) सामुदायिक विकास कार्यक्रम में निरंतरता एक अनिवार्य तत्व है।
(17) सामुदायिक विकास कार्यक्रम में "लोगों की सहभागिता"पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही, स्थानीय संसाधनों के प्रयोग पर बल दिया जाना चाहिए।
सारांश यह है कि, ग्रामीण लोगों के जीवन में खुशहाली लाना, उनकी समस्याओं की पहचान करना तथा उनका हल ढूँढना सामुदायिक विकास कार्यक्रम का मुख्य सिद्धान्त है।
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- प्रश्न- सीखने की विधियाँ बताइए।
- प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- महिला सशक्तिकरण से आपका क्या तात्पर्य है? भारत में महिला सशक्तिकरण हेतु क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान की विस्तारपूर्वक विवेचना कीजिए। इस अभियान के उद्देश्यों का उल्लेख करें।
- प्रश्न- 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- उज्जवला योजना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान घर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- भारत में राष्ट्रीय विस्तारप्रणाली की रूपरेखा को विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- स्वयं सहायता समूह पर टिप्पणी लिखिए।
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- प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
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- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
- प्रश्न- प्रसार प्रबन्धन की परिभाषा, प्रकृति, सिद्धान्त, कार्य क्षेत्र और आवश्यकता बताइए।
- प्रश्न- नेतृत्व क्या है? नेतृत्व की परिभाषाएँ दीजिए।
- प्रश्न- नेतृत्व के प्रकार बताइए। एक नेता में कौन-कौन से गुण होने चाहिए?
- प्रश्न- प्रबंध के कार्यों को संक्षेप में समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा (Extension education) से आप क्या समझते है, समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा व प्रबंधन का सम्बन्ध बताइये।
- प्रश्न- विस्तार प्रबन्धन से आप क्या समझते हैं?
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- प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
- प्रश्न- विस्तार शिक्षा के महत्व को समझाइए।
- प्रश्न- विस्तार शिक्षा तथा विस्तार प्रबंध में क्या अन्तर है?